भारतीय उद्यमी भारत में बैठकर यूरोप में कंपनी खोल रहे हैं। एस्तोनिया के ई-रेजिडेंसी प्रोग्राम के तहत भारतीयों ने 2018 में वहां अब तक 205 कंपनियां खोली हैं। भारत से जिन लोगों ने ई-रेजिडेंसी प्रोग्राम में रजिस्टर कराया है उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी शामिल हैं। यह जानकारी भारत में एस्तोनिया के राजदूत रिहो क्रुव ने दी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एस्तोनिया में जियो का रिसर्च सेंटर स्थापित किया है। एस्तोनिया ने 2014 में ई-रेजिडेंसी प्रोग्राम लॉन्च किया था। क्रुव ने कहा कि 2018 में भारत से 1,062 लोगों ने ई-रेजिडेंसी के लिए आवेदन किया। प्रोग्राम लॉन्च होने के बाद से अब तक 2,174 भारतीयों ने आवेदन किया। इनमें बड़ी संख्या फ्रीलांसर की है। एस्तोनिया को 2019 में भारत से 300 कंपनियां खुलने की उम्मीद है।
क्या है ई-रेजिडेंसी
ई-रेजिडेंसी एक डिजिटल आइडेंटिटी है। यह किसी को भी मिल सकती है, भले ही आवेदक देश का नागरिक हो या नहीं। एस्तोनिया ई-रेजिडेंसी शुरू करने वाला पहला देश है। वहां की सरकार डिजिटल पहचान के लिए एक स्मार्टकार्ड देती है। इससे दस्तावेजों को डिजिटली साइन किया जा सकता है।
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